प्रबन्धक की कलम से
किसी भी देश के विकास में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका शिक्षा की होती है। शिक्षा का उद्देश्य छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ सामाजिक विषमताओं एवं कुरीतियां को दूर करना तथा देश और समाज के आर्थिक विकास को सुदृढ़ करना होता है। शिक्षा के माध्यम से हमारे सांस्कृतिक, वैज्ञानिक एवं सामाजिक धरोहर पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानान्तरित होते हैं।
इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर प्रयागराज शहर के अति पिछड़े इलाके जहाँ अल्प एवं अल्पतम आय वर्ग एवं सर्वाधिक वंचित लोगों की बहुलता है एवं जहाँ पर उच्च शिक्षा का पूर्ण अभाव था, के बच्चों को उच्च शिक्षा सुलभ कराने हेतु ठा0 हर नारायण सिंह गु्रप आॅफ काॅलेज की स्थापना सन् 2007 मंे की गयी। गुणवत्ता पूर्ण एवं सुलभता से उच्च शिक्षा प्राप्त करना हर नागरिक का अधिकार है। छात्रों एवं समाज में अच्छी सोच एवं विकास तथा उन्नयन ही इस महाविद्यालय का प्रयास है। यहाँ का भव्य भवन, सुसज्जित प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय एवं हरा भरा पर्यावरण एवं सुरक्षित वातावरण सभी को आकर्षित करता है। अपनी गुणवत्ता, पूर्ण शिक्षण एवं अन्य महात्वपूर्ण दायित्वों के प्रति सजग इस महाविद्यालय ने अल्प समय में ही शहर एवं क्षेत्र में अपना विशिष्ट स्थान बना लिया है। शिक्षकों की विशेषज्ञता, कर्मचारियों की कर्मठता एवं प्रबन्ध समिति की समाजोन्मुखी सोच, त्याग एवं प्रबन्धन ने छात्रों के उत्थान एवं उन्नयन में पूर्ण सहयोग दिया है। हमारे महाविद्यालय में छात्र/छात्राएं बी.ए., बी.काॅम., बी.एस.सी.,एम.ए., एम.काॅम.,एम.एस.सी.,बी.बी.ए., बी.सी.ए., बी.टी.सी., बी.एड. एवं डी.फार्मा की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। छात्रवृत्ति, क्रीड़ा, प्रसाधन एवं स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता है। सुदृढ़ अनुशासन इसकी विशेषता है। मैं महाविद्यालय परिवार एवं सभी छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।
ठा0 देवेन्द्र सिंह चन्देल
संस्थापक/प्रबन्धक
ठा0 हर नारायण सिंह ग्रुप आफ कालेज
करैलाबाग, प्रयागराज